HIV/AIDS क्या होता है – एड्स के लक्षण – Aids se bachne ka tarika – HIV Treatment and Prevention
दोस्तों आज मै एक ऐसे रोग एक ऐसे विषय पर बात कर रहा हूँ जो भारत में अब बहुत तेज़ी से फ़ैल रहा है मै बात कर रहा हु HIV/AIDS की जिसने India में अपनी जड़ें फैलानी शुरू कर दि हैं. एड्स एक संक्रामक रोग होता है जो कई कारणों की वजह से फैलता है. Aapkisuccess.com पर आज जानेंगे की एड्स क्या है (aids kya hai) एड्स के लक्षण (aids ke lakshan) और एड्स से बचने का तरीका (aids se bachne ka tarika) hiv prevention and hiv aids treatment
AIDS (एड्स) क्या है – What is Aids
एड्स एक तरह का संक्रामक यानी की एक से दुसरे को और दुसरे से तीसरे को होने वाली एक गंभीर बीमारी है. एड्स का पूरा नाम ‘एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम’ (acquired immune deficiency syndrome) है और यह एक तरह के विषाणु जिसका नाम HIV (Human immunodeficiency virus) है, से फैलती है. अगर किसीको HIV है तो ये जरुरी नहीं की उसको एड्स भी है. HIV वायरस की वजह से एड्स होता है अगर समय रहते वायरस का इलाज़ कर दिया गया तो एड्स होने खतरा काम हो जाता है.
एड्स कैसे होता है (Aids kaise hota hai)
एड्स के फैलने के कई कारण होते हैं click on this image and claim your free Surprise 👇👇👇👇
- किसी भी HIV positive व्यक्ति से किसी भी प्रकार का सम्बन्ध बनाने से है
- स्तनपान करवाने से भी HIV के वायरस दुसरे व्यक्ति के शरीर में चले जाते हैं
- HIV संक्रमित व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल की हुई चीज़ों का दुबारा से इस्तेमाल दुसरे को भी संक्रमित कर देता है
- HIV positive व्यक्ति का blood लेने से
एचआईवी- एड्स के लक्षण (HIV-AIDS ke lakshan) First signs of hiv
HIV के शुरूआती लक्षण First signs of hiv को अगर समय रहते पहचान कर hiv treatment कर लिया जाय तो काफी हद तक सम्भावना रहती है की वायरस जड़ से खत्म हो जाय लेकिन अगर एक बार HIV एड्स में बदल गया तो इसे रोक पाना काफी ज्यादा मुश्किल है या यूँ कहे की असंभव है
- लगातार तेज़ बुखार रहना
- हमेशा थकान रहना और नींद आना
- वजन का लगातार घटना एड्स का लक्षण हो सकता है
- रात में सोते समय पसीना आना
- दस्त लगना
- त्वचा पर रेशे पड़ना भी इसी ओर संकेत करता है
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एड्स से बचने के तरीके (Aids se bachne ka tarika)
अगर आपको थोडा सा भी संदेह है की आपको HIV हो सकता है तो बिना किसी देरी के तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाएं. एड्स से बचाव करके आप इस स्थिति को खुद रोक सकते हैं
- हर 6 महीने में एक बार blood test जरुर करवाना चाहिए इससे आपके body में क्या चल रहा है आपको पता चलता रहेगा
- HIV positive होने के बाद एड्स होने में समय लगता है इस बीच डॉक्टर से मिल कर सही इलाज़ करवाएं
- कभी भी 2 से अधिक महिला या पुरुष के साथ शारीरिक सम्बन्ध नहीं बनाएं इससे आपके HIV positive होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है
- असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने से बचें हमेशा प्रोटेक्शन का इस्तेमाल जरुर करें
- शेव बनवाते समय हमेशा नए ब्लेड का ही इस्तेमाल करें
भारत में इसके फैलने का सबसे बड़ा कारण लापरवाही है, अगर सब कुछ ठीक तरीके से किया जाय तो एड्स को रोका जा सकता है लेकिन आज कल के लोग इन सब बातों का ध्यान नही रखते और लापरवाही से सम्बन्ध बनाते हैं जिसकी वजह से HIV-AIDS भारत में तेज़ी से फ़ैल रहा है अगर इसे ना रोका गया तो ये चिंता का विषय बन जायगा.
BY- ASHISH ANAND
Nice bhut achi jankari
Achhi post and well written, aise hi logo ko aids ke baare me jaruk kartey raho.
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